गेमिंग कैफ़े के लिए कौन सा शहर बेस्ट है, कैसे वहां गेमिंग कैफ़े विकसित हुआ ?

Chief Editor, Amit

Updated 05/04/2021

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बैंगलोर वो शहर है जिसे टेक्नीकल सिटी में शिरमौर के दृष्टि से देखा जाता है। बैंगलोर भारत के उच्च तकनीक उद्योग का केंद्र माना जाता है । अब ये शहर गेमिंग कैफे का केंद्र भी बन गया है या यूं कहें की केंद्र बना दिया है। देश में ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन की सबसे बड़ी संख्या पर अगर आप बारीकी से नजर डालें तो उसमें आपको आगे बैंगलोर ही दिखाई देगा और इसी का नतीजा रहा की बैंगलोर में आर्थिक उछाल आया, कई निवेशकों ने व्यवसाय के अवसर को भांपते हुए गेमिंग कैफे खोलना शुरू कर दिया।

1996 में बैंगलोर के ब्रिगेड रोड पर पहला गेमिंग कैफे खोला गया। इसे कैफे कॉफ़ी डे (सीसीडी) कहा जाता था। खोलने वालों ने पीसी के साथ दो मंजिलों पर अपना काम करना शुरू किया। समय बिता, देखते देखते पास में ही दर्जनों गेमिंग कैफ़े खुल गए। जिसके बाद पहला गेमिंग कैफे पूरे 23 साल काम करने के बाद बंद कर दिया गया। यह गेमिंग कैफे गेमिंग के व्यवसाय में एक पहला कदम था जो अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लगातार बढ़ ही रहा है। भारत की अगर बात की जाए तो ऑनलाइन कैसीनो सबसे परफेक्ट गेमिंग माहौल देता है। इसके अलावा, आप अभी भी बैंगलोर में कुछ स्पॉट- E-sports कैफे जा सकते हैं। वो आधुनिक तकनीक और बफर रहित स्ट्रीमिंग मुहैया कराते हैं और मार्केट में आए नए और चर्चित गेम आपको खेलने के लिए देते हैं।

इन दिनों भारत में गेमिंग कैफे व्यवसाय काफी विकसित हुआ है। कैफे व्यवसाय पिछले एक दशक से बढ़ रहे हैं और लगातार विकसित हो रहे हैं। E-sports और गेमिंग उद्योग के कई दिग्गजों ने देश में पैर जमाए हैं। इस गेमिंग उद्योग में एक और नया उद्योग कुछ सालों में जुड़ गया है – मोबाइल गेमिंग। अब ऐसे में बंगलौर के स्पोर्ट्स कैफे और देश भर के प्रमुख गेमिंग केंद्रों को आगे की रणनीति बनाने की आवश्यकता होगी। कई निवेशक मानते है कि मोबाइल गेमिंग जैसे ऑनलाइन तीन पत्ती, गेमिंग कैफे को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करेगा। आने वाले दिनों में मोबाइल गेमिंग भारत में  E-sports में नई क्रांति लाने की क्षमता और एक पीसी पर खेलने वाले गेमर को एक मोबाइल गेमर के रूप में परिवर्तित और विकसित करने की क्षमता नजर आती है।

भारत में गेमिंग कैफे के मुख्य चेन

बैंगलोर शहर गेमिंग समुदायों के में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ शहर है जो भारत के निवेश गती को ऊपर पहुंचाता है। NVIDIA जैसी कई कंपनियों ने बैंगलोर में पैर जमाए और पूरे देश में गेमिंग कैफे का चेन स्थापित किया। भारतीय गेमर की औसतन उम्र 18 से 24 वर्ष के बीच है, जो कैफे, गेमिंग कैफे का चेन और गेमिंग टूर्नामेंट के लिए एक शानदार अवसर देता है। भारत में कई मुख्य E-sports चेन हैं, जैसा कि आप नीचे दी गई तालिका से देख सकते हैं।

भारत में गेमिंग कैफे –     कहां कहां भारत में गेमिंग कैफे चैन है

आर्कमिसिस गेमिंग चेन्नई
LXG कर्नाटक
जोन कैफे पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत
नेक्सस दिल्ली
RFD गेमिंग उत्तर कोलकाता

आपको उदाहरण के तौर पर बता दें की ESC अत्याधुनिक हार्डवेयर का इस्तेमाल करता है जो इसे कूल बनाता है। बैंगलोर के हर गेमिंग कैफे में हर खिलाड़ी हार्डवेयर से समझौता नहीं करता है। जोन कैफ़े NVIDIA ग्राफिक कार्ड का उपयोग करने वाला पहला कैफ़े है।

बैंगलोर या भारत के किसी अन्य ईस्पोर्ट्स शहर में प्रत्येक गेमिंग कैफे अलग अलग तरीकों के है। आप कम पीसी या बड़े विकल्पों के साथ छोटे गेमिंग हॉल भी चुन सकते हैं। पीसी स्टेशनों को हाई-एंड गेमिंग गियर से लैस किया जा सकता है जो मुख्य रूप से NVIDIA जैसे दिग्गजों द्वारा प्रायोजित गेमिंग कैफे के लिए महंगा और सस्ता दोनों तरह से उपलब्ध है । ध्यान रखें कि बेहतर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उपयोग के लिए थोड़ी अधिक कीमत लगानी पड़ सकती है।

बैंगलोर के तीन बेहतरीन  E-sports कैफ़े/गेमिंग स्पॉट

CLAN गेमिंग लाउंज सबसे बड़ा E-sports कैफ़े बंगलौर में है। उसकी लंबाई 3000 वर्ग मीटर में फैली हुई है। CLAN गेमिंग लाउंज पीसी गेम्स का विशेषज्ञ है और Asus, NVIDIA और Sony के हार्डवेयर देता है। यहां भारतीय खिलाड़ी 30 से अधिक हाई-एंड कंप्यूटर में से चुन सकते हैं।

KombatZ खिलाडियों के फीडबैक के मुताबिक 4K गेमिंग के लिए 20 से अधिक अपडेट पीसी के साथ दूसरे नंबर पर है। ये Intel और NVIDIA के साथ काम करते हैं।

BlitZ Zone बैंगलोर में तीसरा सबसे अधिक जहां खिलाड़ी हर दिन जाते हैं E-sports कैफ़े है।

बैंगलोर में अन्य गेमिंग कैफ़े के बारे में अगर बात  की जाए तो उसमें Hyper Infinite Games & Entertainment Pvt. Ltd., Netzone gaming lounge, Alienware gaming zone, RIG Esports, Agamer, Ameoba और  Smaash हैं।

बैंगलोर में हर गेमिंग कैफे अलग अलग अंदाज के हैं। गेमिंग कैफे अपने हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, जगह के आधार पर इवेंट्स करवाते रहते हैं। टूर्नामेंट के आयोजक इवेंट्स  का जगह चुनने के लिए कई सारी चीजों को ध्यान में रखकर इवेंट्स के लिए जगह चुनते हैं। आप E-sports कैफे कभी भी जा सकतें हैं। कई आयोजक प्लेयर्स को लुभाने के लिए कई तरह के हैप्पी ऑवर डील भी देतें हैं।

भारत में गेमिंग कैफे कैसे शुरू करें ?

गेमिंग कैफे के पीछे एक ही विचार है की कैसे आपका मनोरंजन और एक्ससाइटमेंट दी जाए। कैफे को यथासंभव आरामदायक जरूर बनाएं।  गेमिंग कैफे बनाने में अगर लागत की बात की जाए तो हार्डवेयर, गेमिंग गियर (कुर्सियां, माउस, डेस्क, कीबोर्ड), इंटीरियर डिजाइन और भी कई चीजों पर गेमिंग कैफे निर्भर करता है। भारत में एक औसत गेमिंग कैफे के लिए 10 पीसी सेटअप, लगभग 3 लाख का इन्वेस्टमेंट करने की जरुरत पड़ती है। भारत में गेमिंग कैफे खोलने के लिए शुरूआती चरण हैं:

– आस-पास बाजार और अन्य गेमिंग कैफे पर शोध करें

– सरकार के अनुसार क्या दस्तावेज उनको चाहिए उसको जरूर उपलब्ध कराएं

– एक सही जगह का चुनाव होना जरूरी है

– एक डिसेंट और कम्फर्टेबल ऑफिस स्पेस किराए पर लें

– अपने गेमिंग सेंटर के अंदर बेहतरीन गैजेट का इस्तेमाल

– गेमिंग करने के लिए सही कीमत को निर्धारित करें

– गेमिंग कैफ़े में ट्रेंड के हिसाब से गेम रखें

और इस तरह से आप गेमिंग कैफ़े को विकसित कर सकतें हैं और इस फील्ड में नए आयाम जोड़ सकतें हैं।